हमारी भाषा बहुत व्यापक है और हर शब्द का अपना एक अर्थ होता है। जिस तरह से हम बातचीत करते हुए एक शब्द के स्थान पर उसका पर्यायवाची शब्द इस्तेमाल कर सकते हैं, उससे हमारी बात में विस्तार और स्पष्टता आती है। इसलिए, पर्यायवाची शब्द शब्दकोश का एक महत्वपूर्ण अंग है जिससे हम वाक्यों में विस्तार और उचित अर्थ व्यक्त कर सकते हैं।
पर्यायवाची शब्द का अर्थ होता है उस शब्द का एक ऐसा समानार्थी शब्द जो उसके अर्थ को समझने में सहायता करता हो। ये शब्द उसी भाषा में हो सकते हैं या फिर अन्य भाषाओं में भी हो सकते हैं। पर्यायवाची शब्द हमारी भाषा का एक महत्वपूर्ण संसाधन होता है जिससे हम अपनी भाषा को समृद्ध और विस्तृत बना सकते हैं।
पर्यायवाची शब्दों का इस्तेमाल आमतौर पर निबंध लिखना और भाषण देने के समय ज्यादा किया जाता है। पर्यायवाची शब्दों का इस्तेमाल करने से हमारी बात काफी सही होती है और हमारी बात भी अधिक समझ में आती है। इसलिए, पर्यायवाची शब्द हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होते हैं।
पर्यायवाची शब्दों के इस्तेमाल से हम अपनी भाषा को समृद्ध और विस्तृत बना सकते हैं। इन शब्दों का इस्तेमाल न केवल निबंध लिखने और भाषण देने के समय किया जाता है बल्कि इन्हें दैनिक जीवन में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। जैसे कि बोलचाल में या अधिकांश लेखों में इनका उपयोग किया जाता है।
इन शब्दों के उचित इस्तेमाल से हमारी बात ज्यादा समझ में आती है और हमें दूसरों से अधिक समझाने की जरूरत नहीं। इन शब्दों के ज्ञान से हम अपने भाषा का समृद्धता से लाभ उठा सकते हैं। पर्यायवाची शब्दों का उपयोग वाक्यों को सुंदर बनाने के लिए भी किया जाता है। इसलिए, हम इस आर्टिकल में पर्यायवाची शब्दों के महत्व को जानेंगे और कुछ उदाहरणों के साथ इनका उपयोग करेंगे। इसी के साथ 200+ से भी ज्यादा पर्यायवाची शब्द बताएँगे जिससे अपनी रोज़ की जिन्दगी में उपयोग कर सके।
पर्यायवाची शब्द क्या होते हैं?
पर्यायवाची शब्द वे शब्द होते हैं जो एक ही अर्थ को व्यक्त करने के लिए उपयोग किए जाते हैं, लेकिन इन शब्दों की लिखावट और उच्चतम आवाज विभिन्न होती है। उदाहरण के लिए, यदि हम कहते हैं, “वह बहुत सुंदर है”, तो हम इस वाक्य में “सुंदर” के जगह “खूबसूरत” शब्द का उपयोग भी कर सकते हैं। अन्य शब्दों से मुक्त होकर ये शब्द अपने अर्थ को साफ और स्पष्ट ढंग से व्यक्त करते हैं। इस तरह से, पर्यायवाची शब्द हमारी भाषा को समृद्ध बनाने का एक बहुत ही सुविधाजनक तरीका होता है।
क्यों जरूरी है पर्यायवाची शब्द का उपयोग?
पर्यायवाची शब्द का उपयोग वाक्यों को समृद्ध और रोचक बनाने के लिए किया जाता है। जब हम एक ही शब्द को बार-बार उपयोग करते हैं तो वाक्यों में मनोनुयोग आ सकता है जिससे वाक्य गंभीर नजर नहीं आ सकते।
पर्यायवाची शब्दों का उपयोग वाक्यों को अधिक संवेदनशील बनाता है जो पाठक को वाक्यों में दिए गए विषय के बारे में अधिक समझने में मदद करता है। इसके अलावा, यह वाक्यों को अधिक व्यापक और विस्तारशील बनाने में मदद करता है जो पाठक को विषय के बारे में अधिक जानकारी देने में सक्षम होता है।
इसके अलावा, पर्यायवाची शब्दों का उपयोग महत्त्व को बनाए रखने में मदद करता है। इससे वाक्यों की लम्बाई कम होती है जो पाठक के लिए समय की बचत करता है।
पर्यायवाची शब्द उपयोग करने के फायदे
पर्यायवाची शब्दों का उपयोग करना लेखन में विविधता और समझदारी जोड़ता है। लेकिन ज्यादातर लोग इस बात से बेखबर होते हैं कि जब हम एक ही शब्द का बार-बार उपयोग करते हैं, तो उस शब्द के प्रयोग से हमारी भाषा बोलने की स्थिरता में कमी आती है। यह उसी के तरह है जैसे हम अपने एक ही खाने के स्थान के बारे में सोचते हैं और हर बार वहीं खाते हैं, जिससे हमें विविधता का अनुभव नहीं होता है।
इसलिए, शब्दों की विविधता लाने के लिए, हमें पर्यायवाची शब्दों का उपयोग करना चाहिए। पर्यायवाची शब्द हमें शब्दों की प्रकार और स्पष्टता लाने में मदद करते हैं। निम्नलिखित हैं कुछ पर्यायवाची शब्दों के उपयोग के फायदे:
सामग्री को अधिक विस्तृत बनाना
पर्यायवाची शब्दों का उपयोग करने से लेखन की सामग्री अधिक विशाल और समझदार बनती है। इससे पाठकों की रूचि और ध्यान आकर्षित होता है और वे लेख को आसानी से समझ सकते हैं।
भाषा के शैली में विविधता
पर्यायवाची शब्दों का उपयोग करने से लेख की भाषा में विविधता (Diversity) आती है। इससे लेखन का शैली आकर्षक और अनुकूल बनता है।
समानार्थी शब्दों से बेहतर व्यंजक
पर्यायवाची शब्दों का उपयोग करने से लेख के शब्दों की उपयोगिता बढ़ती है और व्यंजक में विविधता लाता है। इससे लेख के समझने वाले और समझाने वाले दोनों को फायदा होता है।
संभावित अनुवाद से बचाव
पर्यायवाची शब्दों का उपयोग करने से लेख में संभावित अनुवाद से बचाव होता है। इससे अंग्रेजी शब्दों का हिंदी में उचित अनुवाद करने में समस्या नहीं होती है और सही मतलब निकाला जा सकता है।
लेखन के स्तर में सुधार
पर्यायवाची शब्दों का उपयोग करने से लेखन का स्तर सुधारता है। इससे लेखक की सोच, समझ और व्यक्तिगत अभिव्यक्ति में सुधार होता है।
सार्थक लेखन की शक्ति
पर्यायवाची शब्दों का उपयोग करने से लेखन की शक्ति बढ़ती है। ये शब्द लेख को सार्थक बनाते हैं और उसे लोगों के दिमाग में एक संदेश के रूप में याद रखने में मदद करते हैं।
Antonyms vs Synonyms: What’s the Difference?
विलोम और समानार्थी दो अलग-अलग शब्द हैं जो एक दूसरे से अलग होते हैं। समानार्थी शब्द एक सार्थक शब्द होते हैं जो एक ही अर्थ को व्यक्त करते हैं, जबकि विलोम शब्द एक शब्द होते हैं जो एक दूसरे के विपरीत अर्थ रखते हैं। उदाहरण के लिए, “सुख” और “आनंद” दो समानार्थी शब्द हैं, जबकि “दुःख” और “सुख” दो विलोम शब्द हैं।
Antonyms और Synonyms शब्दों का उपयोग भाषा में विस्तार करने के लिए किया जाता है। जब हम किसी शब्द के विलोम या पर्यायवाची शब्द उपयोग करते हैं, तो हमारी बात अधिक स्पष्ट होती है और लोग हमारी बात को आसानी से समझ सकते हैं।
इसके अलावा, विलोम और समानार्थी शब्द SEO और कंटेंट मार्केटिंग जैसी डिजिटल मार्केटिंग उद्योग में भी उपयोग किए जाते हैं, जो एक शब्द की जगह दूसरे शब्द का उपयोग करने की अनुमति देते हैं ताकि विभिन्न ढंग से उपयोगकर्ताओं तक पहुँचा जा सके
अपने लेख में प्रभावी ढंग से पर्यायवाची शब्द का उपयोग कैसे करें
क्या आपने कभी किसी लेख को पढ़ा है जो दोहराता और ऊंटपटांग था? शायद वह एक ही शब्द का उपयोग बार-बार करता था, या लेखक केवल उसी बात को कहने के लिए कोई अन्य तरीका नहीं सोच सकता था। अगर आप अपने पाठकों को लगातार रुचिकर रखना चाहते हैं, तो अपनी लेखन में Synonyms शब्दों का उपयोग करना महत्वपूर्ण है।
समानार्थक शब्दों का उपयोग आपके लेखन को रोचक और गतिशील बना सकता है। यह आपको दोहरापन या उबाऊ होने से बचाने में भी मदद कर सकता है। हालांकि, उन्हें रणनीतिक और प्रभावी तरीके से उपयोग करना महत्वपूर्ण है।
इसे ज़्यादा इस्तेमाल मत करो
समानार्थक शब्दों का उपयोग करना प्रभावी हो सकता है, लेकिन आपको ज्यादा उतावले नहीं होना चाहिए। यदि आप अधिक से अधिक पर्यायवाची शब्द का उपयोग करते हैं, तो आपकी लेखन कंफ्यूजिंग और टेढ़ा हो सकता है। शब्द या वाक्यांश प्रति एक या दो समानार्थक शब्दों का उपयोग करना बेहतर है, और उन्हें केवल उस समय उपयोग करें जब आवश्यक हो।
सही समानार्थक शब्द उपयोग करें
सभी समानार्थक शब्द समान नहीं होते हैं। कुछ समानार्थक शब्द तकनीकी रूप से दूसरे शब्द से एक ही बात कहते हों, लेकिन वे दिए गए प्रसंग में सही विकल्प नहीं हो सकते। अपने लेखन के टोन और अर्थ से मेल खाने वाले समानार्थक शब्द चुनें।
निरतंरता बनाए रखें
एक बार जब आपने उपयोग करने के लिए एक समानार्थक शब्द चुन लिया हो, तो अपने लेखन में स्थिर रहने का सुनिश्चय करें। अगर आप एक ही बात को कहने के लिए विभिन्न शब्दों का उपयोग करने लगते हैं, तो आपका लेखन उलझनग्रस्त और समझने में कठिन हो सकता है।
दोहराव से बचने के लिए पर्यायवाची शब्दों का उपयोग करें
यदि आप एक ही शब्द को बार-बार उपयोग करते हुए खुद को पाते हैं, तो एक पर्यायवाची शब्द का उपयोग करना आपको उस शब्द की विविधता जोड़ने में मदद कर सकता है। उदाहरण के लिए, कई बार “खुश” कहने की बजाय आप “प्रसन्न”, “उत्साही”, या “प्रफुल्लित” का उपयोग कर सकते हैं।
अर्थ स्पष्ट करने के लिए पर्यायवाची का प्रयोग करें
कभी-कभी, किसी शब्द या वाक्य का मतलब स्पष्ट करने के लिए समानार्थक शब्दों का उपयोग करना मददगार होता है। उदाहरण के लिए, यदि आप “बड़ा” शब्द का उपयोग करते हैं, तो यह अस्पष्ट हो सकता है कि आप कितने बड़े मात्रा में बात कर रहे हैं। लेकिन यदि आप “विशाल” या “विशालकाय” जैसे समानार्थक शब्दों का उपयोग करें, तो आपके पाठकों को आपके बयान की मात्रा का स्पष्ट बोध होगा।
संपादन के दौरान समानार्थक शब्दों का उपयोग आपके पाठकों को रुचित और आकर्षित रखने में मदद कर सकता है। बस ध्यान रखें कि आप उन्हें रणनीतिपूर्वक और सतत रूप से उपयोग करें, और अपने टोन और मतलब के लिए सही समानार्थक शब्द चुनें।
जानें पर्यायवाची शब्द के उदाहरण
यदि हम शब्द “सुंदर” का उपयोग करना चाहते हैं तो हम इसके पर्यायवाची शब्द जैसे “खूबसूरत”, “रमणीय”, “सुखद” आदि का भी उपयोग कर सकते हैं। इसी तरह से “बुद्धिमान” का पर्यायवाची शब्द होता है “बुद्धिजीवी”, “विवेकी”, “समझदार” आदि। “समृद्ध” के पर्यायवाची शब्द होते हैं “धनवान”, “अमीर”, “प्रतिष्ठित” आदि।
जानें 200+ पर्यायवाची शब्द की सूची हिंदी में

हमारी भाषा विकास की दृष्टि से दिन-प्रतिदिन बदलती है और उसके साथ हमारी भाषा के शब्द भी बदलते रहते हैं। हम आमतौर पर अपनी भाषा का उपयोग करते हुए एक दिन कम से कम एक नया शब्द सीखते हैं। इसलिए, यदि हम अपनी भाषा को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो हमें पर्यायवाची शब्दावली का उपयोग करना चाहिए।
यहां हम आपके लिए 200 से अधिक पर्यायवाची शब्दों की सूची प्रस्तुत कर रहे हैं जो आपको आपकी बोलचाल और लेखन क्षमता में सुधार करने में मदद करेंगे।
क अक्षर वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
1 | कमल | नीरज, पंकज, जलज, सरोज, नलिन, अरविन्द, अम्भोज, पुष्कर, महोत्पल, वनज, राजीव |
2 | किरण | रौशनी, ज्योति, प्रभा, गभस्ति, रश्मि, अंशु, गो, मयूख |
3 | कामदेव | मनोज, अनंग, मदन, कंदर्प, पंचशर, रतिपति |
4 | कपड़ा | वस्त्र, चीर, वसन, पट, अम्बर, परिधान |
5 | किस्मत | भाग्य, नियति, होनी, विधि |
6 | कबूतर | रक्तलोचन, हारीत, कपोत, पारावत |
7 | कर्ण | अंगराज, राधेय, सूर्यपुत्र, आदित्यनन्दन |
8 | कन्या | कुमारिका, बालिका, बाला, किशोरी |
9 | कंगाल | दरिद्र, निर्धन, गरीब, अकिंचन |
10 | किसान | कृषक, हलधर, काश्तरकार, जोतकार |
ख अक्षर वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
11 | खूँखार | क्रूर, निर्दय, निर्मम, जालिम, भयानक, भयंकर, भयावह, दारुण, डरावना, रौद्र, खूनी, हिंसक, घातक, जानलेवा, प्राणघातक |
12 | खोजने वाला | अनुसंधानकर्त्ता, अन्वेषणकर्त्ता, अन्वेषक, पता लगाने वाला, तलाश करने वाला |
13 | खूनी | रक्तपिपासु, हत्यारा, कातिल, हिंसक |
14 | खूबसूरती | लावण्य, मनोहरता, सुन्दरता, रमणीयता, चारुता, सौंदर्य, सुगठन, कांति, शोभा, श्री, मनोज्ञता |
15 | खामोश | नीरव, शान्त, चुप, मौन |
16 | खेती | कृषि, कृषिकर्म, किसानी, काश्तकारी, काश्त, कृषिकार्य, खेतीबाड़ी |
17 | खीझना | झुँझलाना, ठुनकना, झल्लाना, चिढ़ना |
18 | खम्भा | खम्भ, स्तूप, स्तम्भ |
19 | खरगोश | शशा, शशक, खरहा |
20 | खर्च | व्यय, खपत, इस्तेमाल, उपयोग |
ग अक्षर वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
21 | गाय | गौ, धेनु, सुरभि, भद्रा, रोहिणी |
22 | गंगा | ध्रुवनंदा, सुरसरिता, देवनदी, मंदाकिनी,भगीरथी, विश्नुपगा, देवपगा, देवनदी, जाह्नवी,त्रिपथगा |
23 | गणेश | गणपति, गणनायक, शंकरसुवन, लम्बोदर, महाकाय, विनायक, गजानन, गौरीनंदन, एकदन्त |
24 | गरुड़ | खगपति , सुपर्ण , खगेश , उरगारि , वातनेय ,विषमुख |
25 | गृह | धाम, निकेतन, मंदिर ,निवास, आलय, घर, सदन, गेह, भवन, आवास, निलय |
26 | गर्मी | ताप, ग्रीष्म, ऊष्मा, गरमी, निदाघ |
27 | गुरु | शिक्षक, आचार्य, उपाध्याय |
28 | गीदड़ | शृगाल, सियार, जंबूक |
29 | गुलाब | शतपत्र, पाटल, वृत्तपुष्प, स्थलकमल |
30 | गज | मदकल , मतंग, हाथी, हस्ती, कूम्भा |
घ से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
31 | घड़ा | कुम्भ , घट, कलश, गगरी, गागर |
32 | घर | आवास, अयन, आलय , निवास , निकेतन , गृह , आगार , भवन, गेह |
33 | घोड़ा | अश्व , चांग, तुरग, घोटक , वाजि , सेंधव |
34 | घुमक्कड़ | पर्यटक, घुमन्तु, सैलानी , यायावर , रमता |
35 | घिनोना | घृणित, घृणास्पद , गन्दा, हेय , भीभत्स |
36 | घन | बादल , बदल, मेघ, वारिध, जलधर |
37 | घमंड | अभिमान, अहंकार, दर्प, ऐंठ , मान |
38 | घास | तृण, कुश, शाद ,दूर्वा, दूब |
39 | घृत | घी, अमृत, नवनीत |
40 | घाटा | टोटा, हानि, नुकसान |
च से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
41 | चाँदी | रूपा, रजत, रूपक |
42 | चंदन | मलयज, श्रीखण्ड, मंगल्य |
43 | चरित्र | सदाचार, आचार, शील, आचरण |
44 | चिन्ता | ऊहापोह , फिक्र, सोच |
45 | चौकीदार | पहरेदार, पहरुआ, आरक्षी, गारद, गश्तकार |
46 | चिकित्सा | इलाज, दवादारू, उपचार |
47 | चतुर | सयाना, कुशल, नागर, दक्ष, निपुण, होशियार |
48 | चाँदनी | ज्योत्स्ना, कौमुदी, कुमुदकला, चन्द्रातप |
49 | चश्मा | उपनेत्र, सहनेत्र, ऐनक, उपनयन |
50 | चाटुकारी | चापलूसी, मिथ्या, चिरौरी, प्रशंसा, चमचागिरी |
छ से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
51 | छाती | वक्ष , सीना, वक्षस्थल , उर |
52 | छाया | परछाई , प्रतिबिम्ब, बिम्ब, प्रतिमूर्ति, प्रतिबिम्ब |
53 | छल | कपट, प्रपंच, चकमा, धोखा , ठगी |
54 | छात्र | विद्यार्थी, शिष्य, शिक्षार्थी |
55 | छोटा | लघु, कनिष्ठ , तुच्छ , हीन |
56 | छलांग | उछलकूद , उछाल, फांद , चौकड़ी |
57 | छतरी | छाता, छत्र |
58 | छोर | किनारा, सिरा, नोक, कोर |
59 | छैला | शौकीन, बाँका, सजीला |
60 | छानबीन | पूछताछ, जाँच, खोज, शोध |
ज से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
61 | जल | पानी, वारि , नीर, पाय, तोय, अम्बु जीवन, सारंग |
62 | जंगल | कानन, अरण्य , वन , विपिन अटवी |
63 | जमुना | यमुना, कालिंदी, सूर्यसुता , कृष्णा , सूर्यसुता , सूर्यतनया |
64 | जोश | उमंग, उत्साह, उमंग, हौसला, उल्लास आवेश |
65 | जगत | संसार, विश्व , लोक, दुनिया, भुवन , भव , जग |
66 | जहाज | वायुयान , विमान, पोत , जलयान |
67 | जानकी | वैदेही , जनकतनया , सीता , जनकसुता |
68 | जननी | माता, माई , माँ , अम्बा , मैया |
69 | जीभ | रसज्ञा, रसना, चंचला, जिव्हा |
70 | जन्म | उद्भव, उत्पति, आविर्भाव, पैदाइश |
झ से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
71 | झरना | प्रपात, निर्झर , निर्झर , उत्स |
72 | झंडा | पताका, ध्वजा , निशान , केतु |
73 | झूठ | मिथ्या , अनृत , असत , असत्य |
74 | झुकाव | प्रवृति , रुझान , उन्मुखता , प्रवणता |
75 | झोपड़ी | पर्णकुटी, छानी, कुटिया, कुंज |
76 | झोंकना | फेंकना, घुसेड़ना, डालना, गिराना |
77 | झूला | पालना, हिंडोला, झूलना |
78 | झंझट | व्यर्थ का झगड़ा, टंटा, बखेड़ा, प्रपंच |
79 | झँपना | ढंकना, छुपना, आड़ में होना |
80 | झकोर | हवा का झोंका, झटका, झोंका |
ट अक्षर वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
81 | टक्कर | भिडंत, संघट्ट, समाघात, ठोकर |
82 | टपकना | रिसना, झरना, चूना, स्रावित होना |
83 | टहलना | घूमना, चलना, सैर-सपाटा, फिरना, भ्रमण करना |
84 | टोना | लटका, यंत्रमंत्र, टोटका, जादू |
85 | टंटा | झंझट, झगड़ा, तकरार, लफ़ड़ा, फ़साद, पचड़ा, प्रपंच, उपद्रव, दंगा |
86 | टहलुआ | सेवक, नौकर, खिदमतगार |
87 | टाँग | पाँव, पैर, टंक |
88 | टीका | तिलक, चिह्न, दाग, धब्बा |
89 | टंकार | ध्वनि, टंकोर, झंकार |
90 | टेढा | वक्र, बलदारन, कुटिल, टेढ़ा-मेढ़ा, तिरछा |
ठ अक्षर वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
91 | ठंडा | गम्भीर, धीमा, शांत, उदासीन, शीतल, भावहीन, मंद, सुस्त, सर्द |
92 | ठग | जालसाज, प्रवंचक, वंचक, प्रतारक |
93 | ठाठ | आडम्बर, सजावट, वैभवा |
94 | ठहरना | स्थित होना, प्रतीक्षा करना, थमना, इंतजार करना, रुकना, विराम, टिकना |
95 | ठगी | प्रतारणा, वंचना, मायाजाल, फ़रेब, जालसाज़ |
96 | ठीक | सही, उपयुक्त, उचित, मुनासिब, दुरुस्त |
97 | ठिगना | वामन, बौना, नाटा |
98 | ठाँव | जगह, स्थान, स्थल, पता, ठिकाना, ठौर |
99 | ठिकाना | अड्डा, स्थान, आयोजन |
100 | ठिठोली | मजाक, परिहास, हँसी, ठठोली |
ड अक्षर वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
101 | डर | त्रास, भीति, दहशत, आतंक, भय, खौफ़ |
102 | डसना | डाँस मारना, डंक मारना, दंश, काटना |
103 | डाँटना | झाड़ना, धुतकारना, भला-बुरा कहना, फटकारना, धिक्कार, तिरस्कार करना, डपटना, लताड़ना, आड़े हाथों लेना, धमकी |
104 | डाकू | डकैत, बटमार, दस्यु, राहजन, लुटेरा, मियाना |
105 | डायरी | दैनिकी, दैनन्दिनी, रोज़नामचा |
त अक्षर वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
106 | तलवार | कृपाण , असि , खडग , करवाल |
107 | तालाब | सरोवर, जलाशय, ताल, सर , तड़ाग, पोखर , सरसी |
108 | तारा | नक्षत्र , सितारा , तारक , उडु |
109 | तोता | सुग्गा, सुआ, शुक , कीर , दाड़िम |
110 | तम | अँधेरा , अन्धकार, तिमिर |
थ अक्षर वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
111 | थोड़ा | जरा, कम , अल्प, न्यून |
112 | थाती | जमापूँजी, अमानत ,धरोहर |
113 | थाक | ढेर, समूह |
114 | थप्पड़ | तमाचा, झापड़ |
115 | थकान | थकावट , श्रान्ति, क्लान्ति , थकन |
द अक्षर वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
116 | दांत | दन्त , दशन, द्विज, रद |
117 | दुःख | संकट, पीड़ा , कष्ट , क्लेश , व्यथा, शोक, संताप |
118 | दुबला | कमजोर, दुर्बल, निर्बल , कृश , कृशकाय |
119 | दिल | जिगर , मन, ह्रदय , चित्त , उर , अंतःकरण |
120 | दिन | दिवस, याम, दिवा, वार, प्रमान, वासर, अह्न |
ध से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
121 | धनुष | चाप, धनु, कोदंड, शरासन |
122 | धन | पैसा , दौलत, द्रव्य, माल, माया , धन |
123 | धंधा | रोजगार, कारोबार, व्यापर, व्यवसाय , उद्यम, कामकाज |
124 | ध्वनि | आवाज, स्वर, शब्द, नाद, रव |
125 | धरती | धरा, वसुंधरा, अचला, मही, रत्नवती, धरती, वसुधा, ज़मीन, रत्नगर्भा ,पृथ्वी, भू, भूमि, धरणी |
न से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
126 | नयन | नेत्र , लोचन , चक्छु ,आँख |
127 | नदी | सरिता, तटिनी, सरि, सारंग, जयमाला, तरंगिणी, दरिया, निर्झरिणी |
128 | नारी | महिला, वनिता, ललना, रमणी, स्त्री, कामिनी, औरत, अबला, तिय, भामा, काम्या, सोम्या, भामिनी, अंगना, कलत्र, तरुणी, त्रिया, प्रमदा, भात्रिनी, बारा, तन्वंगी |
129 | नौकर | अनुचर, सेवक, किँकर, चाकर, भृत्य, परिचारक, दास |
130 | निर्मल | स्वच्छ, शुद्ध, साफ, उज्ज्वल, पवित्र, पावन |
प से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
131 | प्रभात | सुबह, सवेरा, भोर, उषाकाल |
132 | पाला | हिम, तुषार, तुहिन, नीहार, प्रालेय |
133 | पति | स्वामी, नाथ, कांत, प्राणनाथ, वल्लभ, अर्धांग |
134 | पगड़ी | पग, पगिया, मुरैठा, साफा, उपहार |
135 | पंडित | विद्वान, कोविद, मनीषी, धीर, विज्ञ, विप्र, पुरोहित |
फ से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
136 | फूल | सुमन, कुसुम, गुल, प्रसून , मंजरी, पुष्प |
137 | फायदा | मुनाफा, लाभ , नफा, उपलब्धि |
138 | फरेब | धोखा, छल, प्रपंच , कपट, प्रपंच, प्रताणना |
139 | फसल | उपज, पैदावार, खिरमन |
140 | फालतू | बेकार, गैरजरूरी, बचा हुआ, अनावश्यक |
ब से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
141 | बिजली | शम्पा, शतह्रदा, ह्रादिनी, ऐरावती, क्षणप्रिया, तड़ित, सौदामिनी, विद्युत, चंचला, चपला, दामिनी, बिज्जु, बिजुरी, अशनि, क्षणप्रभा |
142 | बिल्ली | मार्जारी, विलास, विड़ाल |
143 | बुद्धि | मति, मेधा, धी, मनीषा, प्रज्ञा, अक्ल, विवेक |
144 | बादल | मेघ, घन, जलधर, जलद, वारिद, नीरद, सारंग, पयोद, पयोधर |
145 | बालू | रेत, बालुका, सैकत |
भ से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
146 | भाई | तात, अनुज, अग्रज, भ्राता, भ्रातृ |
147 | भालू | रीछ, जंबू, ऋक्ष्य |
148 | भिखारी | भिक्षुक, याचक, मँगता, मँगन, भिक्षोपजीवी |
149 | भैँस | महिषी, कासरी, सैरिभी, लुलापा |
150 | भाग्य | ललाट, तकदीर, भाग, अंक, भाल, किस्मत |
म से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
151 | माँ | माता, जननी, जन्मदात्री, मैया |
152 | महेश | कैलाशपति, चन्द्रशेखर, शिव, शम्भू, उमापति, त्रिपुरारी, भोलेनाथ |
153 | मेढ़क | दर्दुर, दादुर,मण्डूक, वर्षाभू |
154 | मृत्यु | मरण, मौत, इंतकाल, देहांत, स्वर्गवास, निधन |
155 | मोती | मुक्ता, शशिप्रभा, सीपज, शुक्तिज, स्वतिसुत |
य से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
156 | योग्य | कुशल , काबिल, सक्षम |
157 | यमुना | कृष्णा, जमुना, कालिंदी, कालगंगा, यमभगिनी |
158 | याचना | निवेदन, विनती, प्रार्थना , अर्जी, विनय |
159 | युद्ध | लड़ाई, जंग, समर, संग्राम , रण |
160 | युवती | तरुणी, किशोरी, सुंदरी, श्यामा, नवयौवना |
र से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
161 | रश्मि | कर , अंशु, किरण , मरीच |
162 | रात | रैन ,निशा, रात्रि, निशीथ, रजनी, ,यामिनी, त्रियामा शर्वरी |
163 | राय | परामर्श, सम्मति, मत, सलाह , मंत्रणा |
164 | राजा | नृप, भूपति, सम्राट, नरेश , भूप, नरपति , महिप, नरेंद्र |
165 | रावण | लंकेश, दशानन, लंकाधिपति , राक्षसराज , दशकण्ठ |
ल से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
166 | लड़का | किशोर, कुमार ,बालक, शिशु, सुत |
167 | लक्ष्मण | लखन, शेषावतार, शेष सौमित्र, रामानुज |
168 | लहर | तरंग, ऊर्मि, वीचि |
169 | लड़की | बालिका, बाला, कन्या , कुमारी, सुता, किशोरी |
170 | लक्ष्मी | रमा, पद्मजा, सिन्धुसुता, हरिप्रिया,कमला, पद्मा, श्री, इंदिरा, कमलासना |
व से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
171 | वर्ग | संप्रदाय, समूह, समुदाय, श्रेणी, जमात |
172 | वचन | कथन, बात, प्राण, उक्ति, वादा |
173 | वृक्ष | पेड़, शाखा, पादप, विटप, द्रुम |
174 | वृद्धि | उन्नति, विकास, बढ़ोत्तरी, प्रसार, वर्धन |
175 | विधवा | अनाथा, पतिहीना, राँड़ |
श से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
176 | शरीर | देह, तनु, काया, कलेवर, अंग, गात |
177 | शहद | मधु, मकरंद, पुष्परस, पुष्पासव |
178 | शिक्षक | गुरु, उपाध्याय , अध्यापक, आचार्य |
179 | शेर | शार्दूल, वनराज, केहरि, सिंह, हरि, मृगराज ,केशरी |
180 | शब्द | ध्वनि, रव, नाद, निनाद, स्वर |
स से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
181 | संसार | लोक , जगत , जहान , विश्व |
182 | साधु | सज्जन , सभ्य , शिष्ट , कुलीन , भद्र |
183 | संग्रह | संचय, एकत्र, जमाव, एकट्ठा |
184 | सुन्दर | मनोरम, मोहक, रमणीय, रमणीक, खूबसूरत |
185 | संगम | मिलान, मिलाप, मेल , संयोग, संग, समागम |
ह से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
186 | हिमालय | हिमगिरी, हिमाचल, नगेश ,गिरिराज, पर्वतराज |
187 | हिरण | मृग, कुरंग, चमरी, सारंग, कृष्णसार, तृनजीवी |
188 | हृदय | उर ,वक्षस्थल, हिय, छाती, वक्ष |
189 | हाथ | कर, हस्त, पाणि, बाहु, भुजा, भुज |
190 | हाथी | कुंजर, करी, , हस्ती, मदकल ,कूम्भा, मतंग, वारण, गज, द्विप,नाग |
क्ष से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
191 | क्षण | अवसर, उत्सव, घड़ी, मौका, निमेष |
192 | क्षणभंगुर | नश्वर, नाशवान, क्षणिका, अनित्य |
193 | क्षत्रिय | नृप, बाहुज, राजन्य, विराज, राजा, वीर |
194 | क्षमता | ताकत, बल, सामर्थ्य, योग्यता |
195 | क्षय | अतिरोग, ऊष्मा, तपेदिक, रोगराज |
196 | क्षर | अज्ञान, जल, जीवात्मा, मेघ, शरीर |
त्र से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
197 | त्रुटि | भूल, गलती, दोष, चूक |
198 | त्रास | भय, दहशत, आतंक, डर |
ज्ञ से शुरू होने वाले पर्यायवाची शब्द
संख्या | शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|---|
199 | ज्ञान | बोध, जानकारी |
200 | ज्ञानि | सर्वज्ञ, विद्वान |
जैसा कि आप देख सकते हैं, हिंदी में 200+ पर्यायवाची शब्दों की यह सूची वास्तव में बहुत उपयोगी है। इस सूची में दिए गए शब्द आपकी भाषा कौशल को बढ़ाने में और भाषा का प्रयोग बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। इसलिए, अगर आप अपनी भाषा को बेहतर बनाना चाहते हैं तो इस सूची का उपयोग जरूर करें।
पर्यायवाची शब्द का प्रयोग करते समय सामान्य गलतियाँ जिनसे बचना चाहिए
जब हम लेख लिखते हैं, तो हमें अक्सर उन शब्दों का प्रयोग करना पड़ता है जो हमें बहुत बार लिखने या बोलने की आदत हो गई होती है। यदि हम एक ही शब्द को बार-बार लिखते हैं, तो उसे पढ़ने वाले को उसकी गहराई नहीं मिलती है और शब्दों की सीमा भी बढ़ जाती है। इसलिए हमें समानार्थक शब्दों का प्रयोग करना चाहिए जिससे हमारा लेख सार्थक और रोचक बना रहता है।
लेकिन समानार्थक शब्दों का प्रयोग करते समय हम कुछ गलतियाँ कर देते हैं जो हमारे लेख को अस्वस्थ बना देती हैं। इसलिए हमें इन गलतियों से बचने की जरूरत होती है।
यहाँ पर कुछ गलतियाँ निचे बताया जा रहा है:
बिना जरुरत पर्यायवाची शब्द का उपयोग करना
Synonyms का उपयोग करते समय सबसे आम गलतियों में से एक गलती होती है कि वाक्य के सन्दर्भ से संबंधित नहीं होने वाले शब्द का उपयोग करना। यह गलती आपकी तैयार की गई सामग्री को असामान्य और आपके पाठकों को उलझाने वाली बना सकती है। उदाहरण के लिए, वाक्य जैसे “वह एक स्वादिष्ट मॉडल है” में “सुंदर” के Synonyms के रूप में “स्वादिष्ट” का उपयोग करना बेहद गलत होगा। इस संदर्भ में “सुंदर” शब्द का सही पर्यायवाची शब्द “सुंदर” या “खूबसूरत” होगा।
बहुत अधिक पर्यायवाची शब्द का उपयोग करना
Synonyms का उपयोग करते समय एक और सामान्य गलती है कि उन्हें अधिक इस्तेमाल करना। Synonyms का इस्तेमाल आपकी सामग्री को और रोचक बना सकता है, लेकिन बहुत सारे Synonyms का उपयोग उन्हें विचित्र और भ्रमक बना सकता है। उदाहरण के लिए, किसी विशेष शब्द के हर घटनाक्रम के लिए Synonyms का उपयोग करना आपकी लेख को सामान्य बना सकता है।
प्रूफरीड करने में असफल
Synonyms शब्दों का उपयोग करते समय सबसे बड़ी गलतियों में से एक है प्रूफरीडिंग का छूट जाना। समानार्थक शब्दों का उपयोग करते समय, महत्वपूर्ण है कि आप सुनिश्चित करें कि वे सही ढंग से और सही संदर्भ में उपयोग किए जा रहे हैं। अप्रूफ्रीडिंग करने से आपके क्रेडिबिलिटी और एसईओ प्रयासों को नुकसान पहुंचाने वाली शर्मनाक गलतियों के लिए आगे कदम रखने का खतरा होता है।
इस गलती से बचने के लिए, प्रकाशित करने से पहले हमेशा अपनी सामग्री की प्रूफरीडिंग करना महत्वपूर्ण है। यदि संभव हो तो किसी और को आपकी सामग्री की समीक्षा करवाएं ताकि आपने जो गलतियां या अशुद्धियां छू गए हों, उन्हें पकड़ सकें।
Conclusion
मै उम्मीद करता हूँ की आपको हमारी पोस्ट 200+ Paryayvachi Shabd जरुर पसंद आयी होंगी। आपको यह पोस्ट कुछ हद तक भी फायदेमंद लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करे। मै हमेशा यही कौशिश करता हूँ की अपने readers को पोस्ट की संपूर्ण जानकारी आसान और विस्तृत रूप में प्रदान कर सकूँ।
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