ठ अक्षर से शुरू होने वाले शब्दों के पर्यायवाची शब्द

आज हम  अक्षर से पर्यायवाची शब्द पढ़ेगे, अगर आपको ये जानना है की पर्यायवाची शब्द क्या होता है। हम सभी शब्दों का उपयोग अपनी बोली और लिखने में करते हैं। हमें समझने में आसान होता है कि हम क्या बोल रहे हैं और क्या लिख रहे हैं। शब्द हमारे व्यवहार के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं और उनके सही उपयोग से हमें अच्छी भाषा और व्यवहार का प्रतीक्षा होता है।

ठ अक्षर वाले पर्यायवाची शब्द शब्दकोश के अनुसार उन शब्दों को कहते हैं जो दो या दो से अधिक शब्दों के अर्थ के समान होते हैं। इन शब्दों का उपयोग हम भाषा के समृद्धता के लिए करते हैं।

इसके अलावा अगर आप सभी को ट अक्षर वाले पर्यायवाची शब्द सीखना उन लोगो के लिए ज्यादा जरुरी है जो पर्यायवाची शब्द को खोज रहे है।

पर्यायवाची शब्द किसे कहते हैं

Synonym को हिंदी भाषा में पर्यावाची या समानार्थी कहते हैं। हिंदी भाषा में भी कुछ शब्द ऐसे होते हैं जिन का अर्थ दूसरे शब्द के लगभग समान अर्थ होते हैं उसे Synonym Word यानी पर्यावाची शब्द कहते हैं।

पर्यावाची शब्द का परिभाषा – समान अर्थ रखने वाले शब्दों को पर्यायवाची शब्द कहते हैं। उदाहरण के तौर पर अनुपम का मतलब अनोखा होता है और आदित्य का मतलब यूनिक होता है। अनुपम एवं आदित्य के लगभग समान अर्थ हैं इसलिए यह दोनों शब्द पर्यायवाची शब्द है।

ठ अक्षर वाले पर्यायवाची शब्द

संख्याशब्दपर्यायवाची शब्द
1ठंडागम्भीर, धीमा, शांत, उदासीन, शीतल, भावहीन, मंद, सुस्त, सर्द
2ठगजालसाज, प्रवंचक, वंचक, प्रतारक
3ठाठआडम्बर, सजावट, वैभवा
4ठहरनास्थित होना, प्रतीक्षा करना, थमना, इंतजार करना, रुकना, विराम, टिकना
5ठगीप्रतारणा, वंचना, मायाजाल, फ़रेब, जालसाज़
6ठीकसही, उपयुक्त, उचित, मुनासिब, दुरुस्त
7ठिगनावामन, बौना, नाटा
8ठाँवजगह, स्थान, स्थल, पता, ठिकाना, ठौर
9ठिकानाअड्डा, स्थान, आयोजन
10ठिठोलीमजाक, परिहास, हँसी, ठठोली
11ठंडठंड, शीत, सर्दी
12ठिंगनाबौना, वामन, नाटा
13ठेठनिपट, निरा, बिल्कुल
14ठटरीकंकाल, पंजर, अस्थिपंजर, ठठरी
15ठाकुरद्वारामंदिर, देवालय, शिवाला, देवस्थान
16ठहाकाकहकहा, अट्टहास, खिलखिलाना
17ठालीबेरोजगार, ठलुआ, बेकार
18ठिल्लीगगरी, गागर, घड़ा, मटकी
19ठुड्डीठुड्डी, हनु, चिबुक, ठोड़ी
20ठेसचोट, आघात, धक्का
21ठंडकतरावत, तरी, शीतलता
22ठगनाऐठना, छलना, जटना, झॅंसना, झटकना, झटक लेना, मूडना, मूसना
23ठेलनाखिसकाना, बढ़ाना, ढकेलना, धकियाना, सरकाना
24ठेकानिविदा, प्रस्ताव, टेण्डर, संविद, जिम्मा, इजारा, पट्टा
25ठाटआयोजन, तैयारी, व्यवस्था, प्रबंध, झुंड, दल, समूह, तड़क-भड़क, शोभा, सजावट
26ठठनारचना, सजधन करना, सजना, संवरना
27ठसकअभिमान, दर्प, नखरा, शान
28ठौरअवसर, घात, जगह, ठिकाना, मौका, स्थान

पर्यायवाची शब्दों का ज्ञान क्यों आवश्यक है?

किसी से भी बात करने में लगातार एक ही शब्द का प्रयोग करने से बात उबाऊ हो जाता है। जिससे सुनने वाले को अच्छा नहीं लगता है। सुनने वाले की दृष्टि से अगर उसे पर्यायवाची शब्द का सही मतलब समझ में आएगा तो भाषा की समझ बेहतर हो जाती है। भाषा की सुंदरता बनाए रखने के लिए पर्यायवाची शब्द का प्रयोग आवश्यक माना होता है। लेकिन इसका प्रयोग ध्यान पूर्वक करना चाहिए। उचित शब्दों का चयन करना अति आवश्यक होता है।